शनि देव को न्याय का देवता और न्यायाधीश माना जाता है. उनकी कृपा पाने के लिए लोग विभिन्न पूजा-पाठ और उपाय करते हैं. शनि के अशुभ प्रभाव, ढैया और साढ़ेसाती से मुक्ति पाने के लिए श्रीकृष्ण की कृपा सहायक होती है. शनि रोजगार और सेहत के मामलों को नियंत्रित करते हैं. यदि शनि इन मामलों में परेशानी खड़ी कर रहे हों, तो श्रीकृष्ण इन मुश्किलों में मदद कर सकते हैं. गाय के साथ खड़े श्रीकृष्ण के चित्र की स्थापना कर, नित्य प्रातः उन्हें तुलसी दल डालकर पंचामृत अर्पित करें और 'श्रीकृष्णम शरण मम' का जाप करें. यह प्रयोग 27 दिनों तक करें. गरीबों को काली उड़द, काली तिल, काला जूता और काला छाता दान करना चाहिए. शनिदेव को कणुतेल अर्पित करने से भी पीड़ा से मुक्ति मिलती है. "शनि से डरना नहीं है बल्कि अपने कामों में सुधार करना है क्योंकि ईश्वर ने शनि को ही न्याय का अधिकार दिया है" व्यक्ति के कर्मों के अनुसार ही फल मिलता है. सत्य बोलना, अनुशासित रहना, कमजोर और बुजुर्गों की सेवा करना, पेड़ लगाना, शिव या कृष्ण की उपासना करना शनि को प्रसन्न करता है.