ज्योतिषीय गणना के अनुसार, शनि ग्रह इस समय मीन राशि में गोचर कर रहे हैं. शनि के इस गोचर से विभिन्न राशियों पर साढ़ेसाती और ढैया का प्रभाव पड़ रहा है. साढ़ेसाती का समय ढाई-ढाई साल के तीन चरणों में होता है, जबकि ढैया ढाई साल की अवधि होती है. ज्योतिष के अनुसार, साढ़ेसाती जीवन की सच्चाई बताने आती है और यह समझाती है कि कौन अपना है और कौन पराया. मेष राशि वालों के लिए यह समय खर्चों का है, खासकर जुलाई से नवंबर तक आर्थिक स्थिति में कसावट दिख सकती है. इसके उपाय के तौर पर सावन के महीने में शिवलिंग पर चावल और पानी चढ़ाने के साथ 'ओम नमः शिवाय' का जाप करने की सलाह दी गई है. मीन राशि में शनि के गोचर से प्राकृतिक आपदाएं बढ़ सकती हैं और निर्णय लेने में नकारात्मकता आ सकती है. मीन राशि वालों को बड़े निर्णय लेने से पहले बहुत सोचने-समझने और लंबी यात्राओं पर सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. उपाय के तौर पर पानी में सरसों के तेल की कुछ बूंदें डालकर शिवलिंग पर चढ़ाने का सुझाव है.