रंगभूमि में अनेक देशों के राजा शिव धनुष उठाने में विफल हुए. राजा जनक ने कहा, 'बीरविहीन माहि में जानी'. यह सुनकर लक्ष्मण ने क्रोधित हो, धनुष को कच्चे घड़े की तरह मसल देने की घोषणा की.