मन को वश में करने और जीवन में आनंद प्राप्त करने के उपायों पर प्रकाश डाला गया है. हनुमान जी की कृपा से व्यक्ति सभी बाधाओं को पार कर सकता है और उसे दूसरों के भले के लिए 'राम काज' करना चाहिए. उन्होंने कबीरदास जी के दोहे का उल्लेख करते हुए कहा कि 'नथनी भेजी यार ने, तू चिंतन बारम्बार पर नाक दी करतार ने उसको दिया बिसार', जिसका अर्थ है कि हमें देने वाले को नहीं भूलना चाहिए.