धरती के साथ अंतरिक्ष में भी पैदा हो सकेंगे बच्चे, IVF ट्रीटमेंट की मदद से जन्म लेंगे ये Space Babies

Space Babies by IVF: धरती के साथ अंतरिक्ष में भी जल्द ही बच्चे पैदा हो सकेंगे. कुछ सालों में ऐसा मिमकिन हो सकेगा. ये स्पेस बेबी IVF ट्रीटमेंट की मदद से जन्म लेंगे.

स्पेस बेबी (प्रतीकात्मक तस्वीर)
अपूर्वा सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 03 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 6:08 PM IST
  • तीन महीने में टेस्ट फ्लाइट
  • स्पेस में पैदा होंगे बच्चे

विज्ञान में आए दिन नए-नए अविष्कार हो रहे हैं. जिन चीजों की कल्पना हमने शायद आज से 10 साल पहले नहीं की होगी वो भी अब हमारे लिए आम से हो गए हैं. अब जरा सोचिए कि कोई आपसे कहे कि कुछ साल में स्पेस में बच्चे पैदा हो सकेंगे. जी हां, इसपर काम शुरू हो चुका है. बोफिन्स डेटा साइंस अकादमी "स्पेस बेबी" बनाने की योजना बना रहे हैं. बोफिन्स ऑर्बिट में आईवीएफ ट्रीटमेंट की मदद से "स्पेस बेबी" बनाने का प्लान कर रहे हैं. उनका दावा है कि इस कदम से मनुष्यों के लिए ऑफ-प्लैनेट कॉलोनियों को स्थापित करने में मदद मिल सकती है. 

तीन महीने में टेस्ट फ्लाइट

दरअसल, अमेजन प्राइम की एक साइंस फिक्शन सीरीज है रैज्ड बाय वुल्व्स (Raised by Wolves), जिसमें इंसान दो रोबोट्स को कुछ एम्ब्रायो के साथ स्पेस में भेजता है. ताकि वहां इंसानी सभ्यता को शुरू किया जा सके. बस ये योजना भी कुछ-कुछ इसी से मेल खाती है. ये स्पेस बेबीज आईवीएफ टेक्नोलॉजी से जन्म लेंगे. 

बोफिन्स की पहली टेस्ट फ्लाइट तीन महीने में कनाडा के ऊपर से उड़ान भरने वाली है. स्पेसबॉर्न के डॉ एगबर्ट एडेलब्रुक ने कहा, "इसका लक्ष्य ये है की लोग ऑफ-प्लैनेट रिप्रोडक्शन कर सकें. लेकिन इसके लिए अभी रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी पर काम करने की जरूरत है.

क्या है ये पूरी योजना?

शुरुआत में, इस एक्सपेरिमेंट में चूहों के अंडे या स्पर्म का उपयोग करेंगे. बता दें, ये वेंचर असगार्डिया द्वारा समर्थित है. असगार्डिया 2016 में पहली नॉन-अर्थ ह्यूमन कॉलोनी स्थापित करने के लिए बनाया गया एक स्पेस नेशन है.   

असगार्डिया के चेयरमैन लेम्बिट ओपिक ने कहा, "हमें स्पेस बर्थ के लिए सबसे पहले नैतिक और जैविक रूप से स्थायी-सक्षम समाधानों की पहचान करनी होगी. 2019 में, डॉ एडेलब्रुक ने कहा था कि अगले 12 साल के भीतर पहला बच्चा स्पेस में पैदा हो सकता है. हालांकि, अभी के लिए यह केवल लोअर अर्थ ऑर्बिट (LEO) में ही संभव है.”


 

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