मंगल ग्रह पर जीवन है या नहीं? 3.7 अरब साल पुरानी मिट्टी में छिपा है जिंदगी का राज!

मंगल पर पाए गए ये मिनरल-युक्त मिट्टी के ढेर पानी को सोखने और केमिकल बायप्रोडक्ट्स जैसे कैटियन्स को पकड़ने में सक्षम थे. इससे ये रसायन आसपास की चट्टानों के साथ प्रतिक्रिया नहीं कर पाए, जिसने जीवन के लिए अनुकूल माहौल बनाया. लेकिन सवाल यह है कि मंगल की सतह और जलवायु ने इन मिट्टी की परतों को कैसे प्रभावित किया?

मंगल ग्रह जीवन or Life on Mars
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 08 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 3:57 PM IST

क्या लाल ग्रह मंगल पर कभी जीवन था? यह सवाल दशकों से वैज्ञानिकों को हैरान करता रहा है, लेकिन अब नेचर एस्ट्रोनॉमी जर्नल में छपी एक नई स्टडी ने सनसनी मचा दी है! NASA के मार्स रिकॉन्सेन्स ऑर्बिटर ने मंगल की सतह पर 150 मिनरल-युक्त मिट्टी की परतों की खोज की है, जो करीब 3.7 अरब साल पहले बनी थीं. ये परतें बताती हैं कि मंगल पर कभी गर्म और गीली परिस्थितियां थीं, जो जीवन के लिए आदर्श थीं!

मंगल की मिट्टी में छिपा है जीवन का रहस्य  
वैज्ञानिकों ने मंगल की सतह पर पाई गई क्ले (मिट्टी) की परतों को खोजा है, जो बताती हैं कि मंगल पर कभी झीलें और नदियाँ हुआ करती थीं. यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास की पोस्टडॉक्टोरल फेलो रिहाना मूर ने Space.com को बताया, "ये इलाके पानी से भरे थे, लेकिन इनमें ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं था, जिसके कारण ये बहुत स्थिर थे. स्थिर इलाकों में जीवन के लिए अनुकूल माहौल बन सकता है." पृथ्वी पर ऐसी मिट्टी की परतें खास जलवायु और भू-दृश्यों में पाई जाती हैं, और अब मंगल पर भी इनके निशान मिले हैं. क्या ये मंगल पर जीवन की मौजूदगी का सबूत हैं?

NASA की हाई-टेक खोज  
मार्स रिकॉन्सेन्स ऑर्बिटर की मदद से वैज्ञानिकों ने 150 मिट्टी की परतों का विश्लेषण किया और पाया कि ये परतें उन निचले इलाकों में बनी थीं, जो प्राचीन झीलों के पास थे, लेकिन उन घाटियों से दूर थे, जहां पानी बहता था. इसका मतलब है कि ये मिट्टी रासायनिक अपक्षय (chemical weathering) की प्रक्रिया से बनी थी, न कि भौतिक कटाव से.

ये परतें 3.7 अरब साल पुरानी हैं और तब बनी थीं, जब मंगल पर गर्म और गीली परिस्थितियाँ थीं. वैज्ञानिकों का मानना है कि मंगल पर टेक्टोनिक गतिविधियों का अभाव होने के कारण वहां ज्वालामुखियों से निकली CO2 गैस वातावरण में लंबे समय तक रही, जिसने ग्रह को गर्म और गीला बनाए रखा. 

क्या बनाता है मंगल को खास?  
मंगल पर पाए गए ये मिनरल-युक्त मिट्टी के ढेर पानी को सोखने और केमिकल बायप्रोडक्ट्स जैसे कैटियन्स को पकड़ने में सक्षम थे. इससे ये रसायन आसपास की चट्टानों के साथ प्रतिक्रिया नहीं कर पाए, जिसने जीवन के लिए अनुकूल माहौल बनाया. लेकिन सवाल यह है कि मंगल की सतह और जलवायु ने इन मिट्टी की परतों को कैसे प्रभावित किया?

वैज्ञानिक अभी भी इस रहस्य को सुलझाने में जुटे हैं. मंगल के ध्रुवों पर पानी की बर्फ और उल्कापिंडों के निशान पहले ही संकेत दे चुके हैं कि यह ग्रह कभी जीवन के लिए उपयुक्त हो सकता था, लेकिन अब ये नई खोज इस थ्योरी को और मजबूत करती है.

क्या मंगल पर कभी बस्ती थी?  
यह खोज वैज्ञानिकों के बीच उत्साह का कारण बन रही है, क्योंकि मंगल की मिट्टी में जीवन के संकेत मिलना एक ऐतिहासिक खोज हो सकती है. अगर मंगल पर कभी सूक्ष्मजीव या कोई अन्य जीवन रहा होगा, तो इन मिट्टी की परतों में इसके सबूत छिपे हो सकते हैं. NASA और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियां अब इन इलाकों पर और गहन अध्ययन करने की योजना बना रही हैं. 


 

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