Solar Flare: सूर्य पर आया तूफान, 7 दिनों में एक ही सनस्पॉट से उठीं 20 से ज्यादा लहरें, धुआं- धुआं हुआ मंजर

इन तस्वीरों में सूर्य के चारों तरफ घूमता हुआ स्पेसक्राफ्ट आग उगलता नजर आ रहा है. अमेरिका के नेशनल वेदर फोरकास्ट ऑफिस के मुताबिक एक मध्यम ब्लैकआउट कई मिनटों के लिए कम्युनिकेशन को बाधित कर सकता है.

सूर्य पर लहरों की फोटो
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 04 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 9:47 AM IST
  • यूएस नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) ने गुरुवार की फ्लेयर को एम9.6 रैंक दी.
  • इसका मतलब है कि यह एक्स-क्लास फ्लेयर बनने से बहुत दूर नहीं थी

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी स्पेसक्राफ्ट ने एक और सौर लहर की फोटो खींची है. सूर्य की परिक्रमा कर रहा यह स्पेसक्राफ्ट धरती की सतह से 36,000 किमी की ऊंचाई पर मौजूद है. स्पेसक्राफ्ट ने गुरुवार को दोपहर 2:35 बजे ये तस्वीर खींची. इन तस्वीरों में सूर्य के चारों तरफ घूमता हुआ स्पेसक्राफ्ट आग उगलता नजर आ रहा है. 

नासा ने बताया कि सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी हर 10 सेकेंड में पूरे सूर्य की तस्वीर खींचता है. ये तस्वीरें हाई-डेफिनिशन टीवी के मुकाबले 10 गुना ज्यादा रिज़ॉल्यूशन वाली होती हैं. स्पेसक्राफ्ट की तरफ से  खींची गई तस्वीर स्पेक्ट्रम के पराबैंगनी हिस्से में फ्लेयर को दिखाती है ये फ्लेयर हाई टेम्परेचर को दिखाता है. 

सौर लहरों से हो सकता है रेडियो ब्लैकआउट

यूएस नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) ने गुरुवार की फ्लेयर को एम9.6 रैंक दी. इसका मतलब है कि यह एक्स-क्लास फ्लेयर बनने से बहुत दूर नहीं थी बता दें कि एक्स-क्लास फ्लेयर बहुत ज्यादा शक्तिशाली लहर होती है. ये सौर लहरें रेडियो कम्युनिकेशन को रोक सकती हैं और रेडियो ब्लैकआउट भी कर सकती हैं. 

सनस्पॉट से उठी 7 दिनों में 20 से ज्यादा लहरें

इस तरह के ब्लैकआउट ज्यादातर विमानन और समुद्री संचार पर असर डालते हैं. लेकिन इसका असर आम रेडियो प्रसारण पर भी पड़ सकता है. हालिया सोलर फ्लेयर को जन्म देने वाले 'चुंबकीय रूप से जटिल' सनस्पॉट को 2975 कहा जाता है.  इससे पिछले एक हफ्ते में लगभग 20 लहरें उठी हैं, जिसमें बुधवार को सूर्य पर भयानक विस्फोट के बाद निकली एक्स-क्लास फ्लेयर भी शामिल है. 

 

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