Hair Loss Treatment: वैज्ञानिकों ने खोजा ऐसा प्लांट जिससे गंजेपन की समस्या होगी दूर, नहीं पड़ेगी हेयर ट्रांसप्लांट की जरूरत

अब वैज्ञानिकों ने गंजेपन का समाधान खोजने के लिए एक नया पौधों और प्रोटीन बेस्ड सीरम विकसित किया है, जो बालों की जड़ों को मजबूत कर नई ग्रोथ को बढ़ावा देता है.

Gotu Kola
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 14 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 8:00 AM IST
  • बाल झड़ने का नया इलाज
  • प्लांट-बेस्ड ट्रीटमेंट में सफलता

बालों का झड़ना यानी हेयर लॉस अब सिर्फ उम्र का सवाल नहीं रह गया है. बदलते लाइफस्टाइल और बढ़ते तनाव के कारण बहुत लोग कम उम्र में ही इस समस्या का सामना कर रहे हैं. अमेरिका में करीब 50 मिलियन पुरुष और 30 मिलियन महिलाएं एंड्रोजेनिक एलोपेसिया यानी पैटर्न बॉल्डनेस से पीड़ित हैं. लेकिन अब घबराने की जरूरत नहीं है. अब वैज्ञानिकों ने एक पौधे से इसका इलाज विकसित किया है.

पौधों और प्रोटीन से तैयार नया सीरम
Schweitzer Biotech Company के शोधकर्ताओं ने एक नया हेयर ग्रोथ सीरम तैयार किया है. इसमें कैफीन, दो प्रोटीन और Centella asiatica (Gotu Kola) का अर्क शामिल है. गोटू कोला एक उष्णकटिबंधीय पौधा जिसे एंटी-एजिंग और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है.

कैसे की गई रिसर्च
शोध में 18 से 60 साल की उम्र के 60 वयस्कों को शामिल किया गया, जिनमें हल्के से मध्यम स्तर के बाल झड़ने की समस्या थी. प्रतिभागियों को पांच समूहों में बांटा गया, जिसमें से एक समूह को प्लेसिबो दिया गया, जबकि अन्य समूहों को सीरम के अलग-अलग मिश्रण दिए गए. अंतिम समूह को पूरा सीरम दिया गया, जिसमें कैफीन, विटामिन B5, प्रोटीन और Centella asiatica का अर्क शामिल था.

8 हफ्ते में ही दिखा शानदार रिजल्ट
प्रतिभागियों को हर रात सिर पर एक मिलीमीटर सीरम लगाने के लिए कहा गया. आठ हफ्तों बाद नतीजे बेहद उत्साहजनक रहे. इस पूरी ट्रीटमेंट समूह में बालों की मोटाई 27.9 माइक्रोमीटर बढ़ी, जबकि प्लेसिबो समूह में केवल 13.9 माइक्रोमीटर का सुधार देखा गया. बालों की डेंसिटी में लगभग 24% का इजाफा हुआ, जो प्लेसिबो समूह की तुलना में दोगुना था.

क्या है इस नए इलाज की खासियत?
इस रिसर्च के अनुसार, यह पौधों और सक्रिय प्रोटीन का मिश्रण बालों की जड़ों को पोषण देता है और नई ग्रोथ को बढ़ावा देता है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के प्राकृतिक तत्वों पर आधारित इलाज में साइड इफेक्ट्स की संभावना बेहद कम होती है.

गोटू कोला का इस्तेमाल एंटी-एजिंग और त्वचा की मरम्मत में होता रहा है. यह वास्तव में बालों के लिए भी चमत्कारी साबित हो सकता है. हालांकि शोधकर्ताओं का कहना है कि यह अध्ययन अभी शुरुआती चरण में है. 

क्यों झड़ते हैं लोगों के बाल? 
बाल झड़ना आम बात है, रोजाना औसतन 50–100 बाल झड़ना सामान्य माना जाता है. लेकिन अगर बड़े पैच में बाल गिरने लगें या अचानक बहुत बाल झड़ें, तो यह गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है. बाल झड़ने के कुछ आम कारण हैं उम्र के साथ पैटर्न बॉल्डनेस, तनाव और लाइफस्टाइल बदलाव, हार्मोनल बदलाव या थायरॉइड की समस्या. 

यह नया पौधों और प्रोटीन आधारित सीरम इसी खोज का हिस्सा है और प्राकृतिक, सुरक्षित विकल्प के तौर पर उम्मीद जगाता है.

 

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