वैज्ञानिकों की इस तरकीब से Cancer में Immunotherapy के साइड इफेक्ट्स को किया जा सकेगा कम, ट्यूमर को सीधे टारगेट करने की होगी कोशिश 

कीमोथेरेपी की तुलना में इम्मुनोथेरपी के साइड इफेक्ट कम होते हैं. . ये एक प्रकार का ट्रीटमेंट है जिसकी मदद से कैंसर रोगी के शरीर में नेचुरल इम्यूनिटी बनाई जाती है. जिसके बाद, हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम का इस्तेमाल कैंसर सेल को मारने के लिए किया जाता है.

Cancer
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 10 मई 2022,
  • अपडेटेड 4:28 PM IST
  •  ट्यूमर को सीधे-सीधे टारगेट करने की कोशिश
  • हेल्दी टिश्यू में सूजन के जोखिम को कम किया जा सकता है

कैंसर (Cancer) में इम्मुनोथेरपी (Immunotherapy) एक बड़ा रोल निभाती है. ये एक प्रकार का ट्रीटमेंट है जो कैंसर रोगी के शरीर में नेचुरल इम्यूनिटी (Natural Immunity) बनाती है. ये कैंसर की सेल्स को मारने में काम आती हैं. लेकिन जहां इसके कई फायदे हैं वहीं इसके कुछ साइड इफेंक्ट भी हैं. जैसे-  Pneumonitis Colitis या Endocrine Changes. 

हालांकि, कीमोथेरेपी की तुलना में  इम्मुनोथेरपी के साइड इफेक्ट (Immunotherapy Side effects) कम होते हैं. अब वैज्ञानिकों इन साइड इफेक्ट को कम करने का लिए रिसर्च कर रहे हैं. और तो और उन्होंने इम्मुनोथेरपी को और सुरक्षित और प्रभावी बनाने के लिए एक उपाय भी निकाल लिया है.

 ट्यूमर को सीधे-सीधे टारगेट करने की कोशिश

दरअसल, इम्मुनोथेरपी में हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम का इस्तेमाल कैंसर सेल को मारने के लिए किया जाता है. लेकिन कभी-कभी। ये हमारे शरीर की हेल्दी टिश्यू को भी मार देता है. जिसकी वजह से शरीर में साइड इफेक्ट देखने को मिलते हैं. वैज्ञानिक अब इम्यून चेकपॉइंट इन्हिबिटर्स मे सुधार करने की कोशिश में लगे हुए हैं. ताकि हेल्दी टिश्यू पर ज्यादा इफेक्ट न पड़े और ट्यूमर को सीधे-सीधे टारगेट किया जा सके. 

हेल्दी टिश्यू में सूजन के जोखिम को कम किया जा सकता है

इस रिसर्च को लीड करने वाले एमडी डेनियल जॉनसन कहते हैं, “स्टडी से पता चलता है कि IL-6 को ब्लॉक करने से ऑटोइम्यूनिटी को एंटीट्यूमर इम्यूनिटी से अलग किया जा सकता है. कैंसर के इलाज के लिए इम्यून चेकपॉइंट इन्हिबिटर्स लेने वाले मरीजों में इस साइटोकिन को टारगेट करके, हम हेल्दी टिश्यू में सूजन के जोखिम को कम कर सकते हैं. साथ ही इम्यून रिस्पांस को और बेहतर कर सकेंगे.” 
 
 

 

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