कुल्लू दशहरा उत्सव की खासियत ये है कि यहां ये पर्व रावण दहन से नहीं, बल्कि देवताओं के भव्य मिलन के लिए पहचाना जाता है. यही कारण है कि ये दशहरा उत्सव न केवल देश में, बल्कि पूरी दुनिया में अपनी अनोखी परंपरा और आध्यात्मिकता के लिए प्रसिद्ध है.