कभी मजबूरियां ऐसी थी कि जिंदगी ने इन्हे जिंदगी के बारे में सोचने का मौका ही नहीं दिया. किसी को धोखे से, किसी को जबरदस्ती तो किसी को पैसे के लालच में किसी अपने ने ही बेच दिया. सेक्स वर्कर्स की तरह जीवन काटती इन महिलाओं ने कभी सोचा भी नहीं था कि उनके हाथों में कभी उनके मन का काम भी होगा. आज कोई यहां सिलाई कर अपने पसंद के डिजाइनर कपड़े तैयार कर रहा है तो कोई अपनी आजादी को गैस पर कुकिंग के जरिए मना रहा है.
Bringing sex workers into normal life is not easy. The work is difficult but Geetanjali has taken the lead of this work. Hope and courage both are the support of Gitanjali. The journey is a bit difficult but change is the aim of Gitanjali now.