सबसे पहले उस वीडियो की बात की गई जिसमें दावा किया जा रहा था कि पंडितों के बीच दान के पैसों को लेकर लड़ाई हो गई और वे एक-दूसरे पर जलती मशालें फेंक रहे हैं। पड़ताल में सामने आया कि यह वीडियो कर्नाटक के मंगलुरु और उडुपी के मंदिरों में हर साल अप्रैल में मनाए जाने वाले 'अग्निकेली उत्सव' का है। इस परंपरा में गांव के लोग करीब 15 मिनट के लिए सूखे पत्तों, कपड़ों और तेल से बनी जलती हुई मशालें एक-दूसरे पर फेंकते हैं.