कल भारतीय नौसेना में आईएनएस इस्तेमाल को शामिल किया जाएगा, जो रूस में निर्मित है और ब्रह्मोस मिसाइल लॉन्च करने में सक्षम है. यह युद्धपोत 20,000 किलोमीटर का सफर तय करेगा और इस पर एक हेलिकॉप्टर भी तैनात किया जा सकता है. भारत अपनी नौसेना की क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए के-सिक्स हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल विकसित कर रहा है, जिसे हैदराबाद के डीआरडीओ में विकसित किया जा रहा है. यह भारत द्वारा विकसित की जा रही सबसे उन्नत और घातक मिसाइल है, जो समुद्र से प्रक्षेपित की जाएगी. यह मिसाइल 9200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दुश्मन को तबाह कर सकती है और एमआईआरवी तकनीक से लैस है, जिससे एक ही मिसाइल से कई लक्ष्यों पर हमला किया जा सकता है. यह मिसाइल परमाणु और पारंपरिक दोनों तरह के हथियार ले जाने में कारगर है और गति तथा विध्वंसक क्षमता में ब्रह्मोस से आगे है. यह भारत को दुनिया के सबसे सक्षम देशों की सूची में खड़ा करेगी.