इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय चरण स्पर्श का महत्व और मान्यता के बारे में बता रहे है. हिन्दू संस्कारों में अभिवादन की परंपरा है, अभिवादन के कई तरीके भी हैं. हाथ जोड़कर प्रणाम करना, और चरण स्पर्श करना अभिवादन ही है, परन्तु चरण स्पर्श करना एक विशेष आध्यात्मिक और वैज्ञानिक प्रक्रिया भी है. सही तरीके से चरण स्पर्श करके अद्भुत लाभ हो सकते हैं. इससे भाग्य बेहतर हो सकता है, संकट मिट सकते हैं और ईश्वर की अनुभूति हो सकती है.
In this video, Pandit Shailendra Pandey is telling about the importance and recognition of Charan Sparsh. Significance of touching feet? What are the benefits of touching feet? And what are the rules for touching feet?