मुख्य रूप से बृहस्पति को संतान सुख का स्वामी माना जाता है. इसके कमजोर होने पर संतान सुख और संतान से सुख , दोनों नहीं मिलता. कुंडली में पंचम भाव और इसका स्वामी संतान होने के लिए जिम्मेदार होते हैं. बृहस्पति और पंचम भाव के कारण ही या तो संतान होती है या नहीं होती.
In this video Pt. Shailendra Pandey is telling what measures should be taken to have a child.