सावन का महीना शुरु होते ही एक गूंज जो हर तरफ सुनाई देती है वो है बम भोले की गूंज। आस्था औऱ भक्ति के इस मेल में भक्त अपने आराध्य को प्रसन्न करने के लिए कंधे पर कांवड़ रख मीलों सफर तय करते हैं। ताकि गंगा के पवित्र जल से अपने भोले का अभिषेक कर सकें. कहते हैं शिव भोले हैं उन्हे मनाना बहुत आसान है. सावन में शिव गंगा जल के अभिषेक से ही प्रसन्न हो जाते हैं, सो कांवड़िए भी पूरे भक्ति भाव के साथ आस्था के इस पथ पर निकल पड़े हैं। आपको दिखाते है, सावन में आस्था का पथ और गंगा के घाट पर कांवड यात्रा के बेहद खूबसूरत रंग.