आज सुबह 7 बजे छह महीने के इंतज़ार के बाद केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए, इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे. CM धामी ने कहा, "यात्रा अच्छी होगी...किसी को यात्रा में कोई परेशानी ना हो, उनकी यात्रा कम से कम कठिनाई में संपन्न हो अच्छी हो." पहले दिन हज़ारों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जिनमें फ्रांस से आए भक्त भी शामिल थे जिन्होंने संस्कृत में मंत्रोच्चारण किया, वहीं 4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे. केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं, जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट पहले ही खुल चुके थे और अब बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 तारीख को खुलने का इंतजार है. चर्चा में कहा गया कि जिन्हें कोई स्वीकार नहीं करता, उन्हें महादेव स्वीकार करते हैं, जैसा एक वक्ता ने कहा, "जो कोई स्वीकार नहीं करता है वो मेरा देवा महादेव स्वीकार करता है." चार धाम यात्रा का महत्व बताते हुए कहा गया कि इससे मोक्ष की प्राप्ति होती है और जो लोग यात्रा पर नहीं जा सकते, वे घर पर ही गंगा स्नान, शिव तांडव स्तोत्र, ॐ नमो भगवते वासुदेवाय या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करके पुण्य प्राप्त कर सकते हैं.