21 सितंबर को साल का आखिरी सूर्यग्रहण लगेगा. यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन इसका असर ब्रह्मांड में रहेगा. यह एक दुर्लभ संयोग है क्योंकि 122 साल बाद ऐसा हो रहा है जब 15 दिन के अंतराल पर दो ग्रहण पड़े हैं. पितृपक्ष का समापन भी ग्रहण से हो रहा है और इसके ठीक बाद नवरात्र की शुरुआत होगी. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि ग्रहण किसी संकट की दस्तक है या सौभाग्य का प्रतीक.