भारत ने भविष्य की चुनौतियों से निपटने और सैन्य आधुनिकीकरण के लिए एक व्यापक योजना तैयार की है. रक्षा मंत्रालय ने अगले 15 वर्षों के लिए 'टीपीसीआर 2025' नामक एक मेगा प्लान जारी किया है, जिसका उद्देश्य तीनों सेनाओं को अत्याधुनिक बनाना है. इस योजना के अंतर्गत, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी और नेक्स्ट जेनरेशन वारफेयर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. भारत डायरेक्ट एनर्जी वेपन (DEW) तकनीक पर तेजी से काम कर रहा है, जिसमें 30 किलोवॉट लेज़र-आधारित सिस्टम का सफल परीक्षण शामिल है. इसके अलावा, 100 किलोवॉट के दुर्गा-2 और 300 किलोवॉट के सूर्य लेज़र वेपन भी विकसित किए जा रहे हैं. डीआरडीओ 200 किलोमीटर तक मार करने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेल गन भी बना रहा है. पारंपरिक युद्ध क्षमताओं को बढ़ाते हुए, लद्दाख जैसे ऊंचे पहाड़ी इलाकों के लिए स्वदेशी हल्के टैंक 'जोरावर' का सफल परीक्षण किया गया है, जो 105 एमएम तोप और काउंटर-ड्रोन सिस्टम से लैस है. साथ ही, निगरानी और युद्ध अभियानों के लिए 100 रोबोटिक डॉग को भी सेना में शामिल किया गया है.