भारतीय सेना 'मिशन सुदर्शन चक्र' के तहत अपनी हवाई सुरक्षा को अभेद्य बनाने में जुटी है, जिसमें एके-630 एयर डिफेंस गन की खरीद अहम है. सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है, जो पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत के सख्त रुख को दर्शाता है. यह मिशन 2035 तक भारत को बहुस्तरीय स्वदेशी सुरक्षा कवच प्रदान करेगा, जिसके लिए सेना ने छह एके-630 गन का ऑर्डर दिया है, जो प्रति मिनट 3000 राउंड फायर कर सकती हैं. विजयदशमी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुजरात के भुज में एल-70 गन की शस्त्र पूजा की, जिसने 'ऑपरेशन सिंदूर' में पाकिस्तानी ड्रोन को नाकाम किया था. भारत एंटी-एयरक्राफ्ट गन्स जैसे शिल्का, ZU-23, सुपर रैपिड गन माउंट (एसआरजीएम) और वीशोरैड्स की क्षमताओं को बढ़ा रहा है. रक्षा विशेषज्ञ इन हथियारों को ड्रोन जैसे खतरों से निपटने में महत्वपूर्ण मानते हैं. 2024 में पोखरण में हुए 'भारत शक्ति' अभ्यास में स्वदेशी हथियारों की ताकत का प्रदर्शन किया गया था. भारत डीआरडीओ और बीएचईएल के माध्यम से रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है.