भारत का रक्षा उत्पादन वर्ष 2024-25 में पहली बार 1,50,000 करोड़ रुपये के पार पहुँच गया है। यह एक अभूतपूर्व उपलब्धि है, जो वर्ष 2019-20 की तुलना में लगभग 90 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। एक समय था जब भारत के रक्षा उत्पाद केवल 600 करोड़ रुपये के निर्यात होते थे, लेकिन अब यह आंकड़ा 24,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। भारतीय नौसेना को जल्द ही दो स्वदेशी युद्धपोत, आईएनएस उदयगिरि और आईएनएस हिमगिरी, 26 अगस्त को विशाखापट्टनम में सौंपे जाएंगे.