रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए, भारत ने कई अत्याधुनिक स्वदेशी ड्रोन और वायु रक्षा प्रणालियाँ विकसित की हैं. बेंगलुरु स्थित एक स्टार्टअप ने देश का पहला एआई-संचालित लड़ाकू ड्रोन 'कालभैरव E2A2' बनाया है, जो 3000 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है. इसके साथ ही, कर्नल विकास चतुर्वेदी द्वारा डिजाइन किया गया 'बाज' ड्रोन दुनिया का पहला ऐसा ड्रोन है जो रॉकेट लॉन्चर दाग सकता है. दिल्ली की सुरक्षा के लिए 'सुदर्शन चक्र' मिशन के तहत, डीआरडीओ द्वारा विकसित 'अनंत शास्त्र' (QRSAM) और 'आकाशतीर' जैसे मल्टी-लेयर एयर डिफेंस सिस्टम तैनात किए जा रहे हैं. 'आकाशतीर' एक एआई-संचालित कमांड और कंट्रोल सिस्टम है, जबकि 'भार्गवास्त्र' एक स्वदेशी माइक्रो-मिसाइल प्रणाली है जिसे ड्रोन झुंड के हमलों से निपटने के लिए डिज़ाइन किया गया है. रिपोर्टों के अनुसार, इन प्रणालियों ने मई 2025 में 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान हवाई हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया था.