डीआरडीओ 'मिशन कुश' के तहत स्वदेशी लॉन्ग रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (LRSAM) प्रणाली विकसित कर रहा है जिसका उद्देश्य है, "किसी और के डिफेंस सिस्टम पर निर्भर ना होते हुए हम आत्मनिर्भर हों और इसीलिए स्वदेश में ही इस तरह के सिस्टम्स को तैयार किया जाए." यह प्रणाली, जिसके 2028-29 तक पूरे होने की उम्मीद है, तीन विभिन्न रेंज पर दुश्मन के विमानों और मिसाइलों को नष्ट करने में सक्षम होगी और मौजूदा मिसाइलों तथा एस-400 के बीच के अंतर को पूरा करेगी. भारतीय वायुसेना ने भी लगभग इक्कीस हज़ार सात सौ करोड़ रुपये के नए एलआरएसएम सिस्टम खरीदने का प्रस्ताव स्वीकार किया है.