नवरात्र का महापर्व आने वाला है और श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह है. महालया के विशेष दिन से इस उत्सव की शुरुआत होगी, जब मां दुर्गा पृथ्वी पर आती हैं. हमारी खास रिपोर्ट में दुर्गा मां की प्रतिमाएं बनाने की प्रक्रिया को दिखाया गया है. दिल्ली के सीआर पार्क में 1975 से पूजा हो रही है और इस साल 50वां वर्ष मनाया जा रहा है. कोलकाता से आए कलाकार मिट्टी, गंगा माटी, भूसा और जूट का उपयोग करके प्रतिमाएं बनाते हैं. एक कलाकार ने बताया, "हमारा जो खानदानी जो काम कर रहा है 150 साल से ऊपर हो गया हमारा पापा भी करता था, पापा का पापा भी करता था उनका पापा भी करता था अभी हम कर रहे है हमारा लड़का भी कर रहा है साथ में" यह काम पीढ़ी दर पीढ़ी चला आ रहा है. प्रतिमाओं को बनाने में लगभग 25-30 दिन लगते हैं. विसर्जन के लिए मिट्टी की प्रतिमाएं बनाई जाती हैं जो पानी में घुल जाती हैं, पी.यू.पी. का उपयोग नहीं होता. यह पूजा केवल एक प्रोफेशन नहीं, बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव भी है.