कामिकेज ड्रोन का नाम सेकंड वर्ल्ड वॉर के जापानी कामिकेज पायलट से लिया गया था. आज रूस-यूक्रेन युद्ध से लेकर मिडल ईस्ट तक कामिकेज ड्रोन का इस्तेमाल हो रहा है. भारत भी मेक इन इंडिया के तहत स्वदेशी कामिकेज ड्रोन विकसित कर रहा है, जो 1000 किलोमीटर तक उड़ान भरने में सक्षम होगा. यह ड्रोन दुश्मन के रडार और डिफेंस को चकमा देकर अपने टारगेट पर हमला कर सकता है.