साहित्य आज तक के दूसरे दिन 'कविता की नई बहार' सत्र में युवा कवियों ने अपनी रचनाओं से समसामयिक मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया। इस कवि सम्मेलन में स्वयं श्रीवास्तव, अभिसार शुक्ल, कायनात शाहिदा और मन्नू वैशाली जैसे कवियों ने भाग लिया। मंच पर बेरोजगारी, राजनीति, प्रेम और जीवन के संघर्ष जैसे विषयों पर कविताएं और गजलें प्रस्तुत की गईं, जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा। कवि स्वयं श्रीवास्तव ने युवाओं की बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए कहा, 'ऐसा नहीं कि सारा फलक मांग रहे हैं, हम सिर्फ अपने हिस्से का हक मांग रहे हैं'। अभिसार शुक्ल ने युवाओं के जीवन के बोझ को अपनी शायरी में पिरोया, जबकि कायनात शाहिदा ने अपनी गजलों से महफिल में अपनी छाप छोड़ी। मन्नू वैशाली ने प्रकृति से जुड़े अपने नए गीत का पाठ किया।