सनातन धर्म में किसी मंगल कार्य की शुरुआत हो ही नहीं सकती जब तक गणपति का पूजन न हो. लेकिन भादों के महीने में विघ्नहर्ता गजानन संसार में शुभता की बौछार करने स्वयं अपने भक्तों के बीच पधारते हैं. पूरे 10 दिनों तक बेहद श्रद्धा के साथ भक्त गणपति की सेवा-पूजा करते हैं. और 10 दिनों के बाद उतनी ही श्रद्धा और उल्लास के साथ गणपति को धूमधाम से विदा किया जाता है. अनंत चतुर्दशी के दिन गौरीनंदन की प्रतिमा का विसर्जन कर दिया जाता है.
Ganesh Visarjan marks the end of the 10-day festival of Ganesh Chaturthi. Watch this show to know more about the story.