सुंदरकांड के पाठ से राम भक्ति की प्राप्ति होती है. यह संकट निवारण का कांड है, जिसने वानरों, माता जानकी और भगवान राम के संकटों को दूर किया. हम विपत्ति में भगवान को पुकारते हैं, लेकिन भगवान विपत्ति में हनुमान को पुकारते हैं क्योंकि वे संकट हरने वाले हैं. सुंदरकांड नकारात्मक शक्तियों का निवारण करता है और आत्मविश्वास से भरता है. यह लक्ष्य पर केंद्रित रहना भी सिखाता है.