नेपाल में पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की ने अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में 12 सितंबर को सरकार की कमान संभाली है. सुशीला कार्की के नेतृत्व में अंतरिम सरकार ने 5 मार्च 2026 को आम चुनाव कराने का निर्णय लिया है. जेएनजी प्रदर्शनकारियों की मांग पर प्रतिनिधि सभा को भंग कर दिया गया. जनता को सुशीला कार्की से भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठाने की उम्मीद है, जिसमें करप्ट नेताओं की संपत्ति का शुद्धिकरण और राष्ट्रीयकरण शामिल है. छह महीने के कार्यकाल में सुचारु शासन व्यवस्था और चुनाव कराना सरकार के सामने बड़ी चुनौती है. सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं और भारत के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर चुकी हैं. उन्होंने एक इंटरव्यू में BHU में बिताए अपने दिनों और गंगा नदी के किनारे की यादें साझा कीं. सुशीला कार्की ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति सम्मान जताया है. भारत ने नेपाल की नई सरकार को सहयोग का आश्वासन दिया है, लेकिन दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, भौगोलिक और व्यापारिक संबंधों की नाजुकता को ध्यान में रखने की बात भी कही गई है. नेपाल में 2006 से अब तक 14 बार प्रधानमंत्री बदले जा चुके हैं, लेकिन कोई भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया.