नवरात्र के पावन दिनों में माँ दुर्गा के नौ रूपों की उपासना का विशेष महत्त्व है। माँ भगवती का हर रूप जिंदगी से जुड़ी एक अहम सीख देता है। देवी के नौ रूप सफलता के नौ सूत्रों के प्रतीक हैं। माँ शैलपुत्री अडिग विश्वास, माँ ब्रह्मचारिणी अनुशासन, माँ चंद्रघंटा मन को साधना, माँ कूष्मांडा ज्ञान और विवेक, माँ स्कंदमाता करुणा और प्रेम, माँ कात्यायनी सेहत, माँ कालरात्रि जिद्द और हौसला, माँ महागौरी चरित्र और सादगी, और माँ सिद्धिदात्री लक्ष्य के लिए प्रतिबद्धता की सीख देती हैं.