कहते हैं जो अच्छा है उसके बारे में जानो, ताकि सीख सको क्या करना है। और जो बुरा है उसे भी जानो ताकि सीख सको क्या नहीं करना। किसी में लाख अच्छाईयां हों लेकिन उसकी एक बुराई उसके सभी गुणों पर पर्दा डाल देती है। रावण ऐसा ही था, वो वेदों का ज्ञाता था, संगीत का पुजारी था, देवों का उपासक था, कुशल प्रशासक था लेकिन फिर भी उसका नाम बुराई का सबसे बड़ा उदाहरण बन गया.