देशभर में शारदीय नवरात्र का उत्सव जारी है, जहाँ माँ दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की आराधना की जा रही है. अट्ठाइस सितंबर को माँ भगवती के छठे स्वरूप, माँ कात्यायनी की पूजा होगी. मान्यता है कि इनकी श्रद्धापूर्वक उपासना से रोग, शोक और भय से मुक्ति मिलती है, साथ ही शीघ्र विवाह और संतान प्राप्ति की बाधाएं दूर होती हैं. माँ कात्यायनी का स्वरूप ममतामयी है, जो शत्रुओं पर विजय और जीवन के कष्टों से मुक्ति प्रदान करती हैं.