चन्द्रमा , मन का स्वामी होता है और मन को प्रभावित करता है. जब भी चन्द्रमा दूषित होता है , मन और मन की समस्याएँ व्यक्ति को खूब परेशान करती हैं. चन्द्रमा को सबसे ज्यादा दूषित करता है. राहु - अगर राहु और चन्द्रमा का योग हो तो इसे शुद्ध रूप से ग्रहण योग कहना चाहिए. ग्रहण योग जब भी कुंडली में हो यह सिर्फ समस्याएँ ही पैदा करता है.