सावन की शिवरात्रि हिंदू परंपरा का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव का प्रकाश के लिंग के रूप में प्राकट्य हुआ था और उनका विवाह भी इसी दिन हुआ था. शिवरात्रि पर महादेव की उपासना से व्यक्ति को जीवन में संपूर्ण सुख प्राप्त हो सकता है. इस दिन व्रत, उपवास, मंत्र जप और रात्रि जागरण का विशेष महत्व है. फाल्गुन की महाशिवरात्रि के बाद सावन की शिवरात्रि का विशेष महत्व है, क्योंकि सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है.