अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा का शुभारंभ हो गया है. पंडित संजय शर्मा ने अक्षय तृतीया के महत्व पर कहा, 'अक्षय का मतलब होता है जिसका कभी भी क्षय ना हो,' इस दिन किए गए कार्यों का पुण्य क्षीण नहीं होता. यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण व मेडिकल जांच की व्यवस्था है और बाबा केदार की डोली फाटा से गौरीकुंड के लिए प्रस्थान कर चुकी है. बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली यात्रा गौरीकुंड पहुँच गयी है, जहाँ कपाट खुलने से पहले आज विश्राम करेगी. आज अक्षय तृतीया के अवसर पर प्रयागराज, अयोध्या और वाराणसी में श्रद्धालुओं ने संगम और गंगा में स्नान किया; इस तिथि को सोना खरीदना शुभ माना जाता है, हालाँकि दिल्ली और जयपुर के बाज़ारों में बढ़ते दामों का असर दिखा. संजय जी के अनुसार दान का महत्त्व बताते हुए कहा गया, 'दान देने से ही जीवन में वृद्धि होती है.'