जीवन में आने वाले सुख-दुख का सामना हर व्यक्ति करता है, लेकिन कई बार घर में लगातार बीमारी, विवाह में देरी, धन की कमी या करियर में तरक्की न होने जैसी समस्याएं घर कर जाती हैं. इन समस्याओं के ज्योतिषीय और वास्तु संबंधी समाधान बताए गए हैं. घर में सूर्य का प्रकाश न आना, सीलन, गलत तरीके से धन का आगमन, पूजा स्थान का ठीक न होना बीमारियों का कारण बन सकता है. पानी की बर्बादी, टूटे बर्तन और अपनी आमदनी का पूरा हिस्सा स्वयं पर खर्च करना धन की कमी लाता है. विवाह में बाधा के लिए गलत आमदनी, बुजुर्गों की अवहेलना और पूजा-उपासना न होना जिम्मेदार हो सकता है. आत्मविश्वास की कमी के लिए सूर्य और मंगल जैसे अग्नि तत्व के ग्रहों का कमजोर होना, चंद्रमा और शुक्र का उतार-चढ़ाव पैदा करना, राहु का प्रभाव और दूषित खानपान जिम्मेदार हैं. शास्त्रों में कहा गया है कि "अभिवादनसी एलस्य, नित्यम, वृद्धों बसे बिना. चतवारिते नवरधन ते आयुर्विद्या यशो बलम" यानी बड़ों का सम्मान करने से आयु, विद्या, यश और बल की वृद्धि होती है. इन समस्याओं के निवारण के लिए घर में स्वच्छता, सामूहिक पूजा, निर्धनों को दान, बुजुर्गों का आशीर्वाद, शिव-पार्वती की प्रार्थना, पितरों की पूजा और गणपति आराधना जैसे उपाय बताए गए हैं.