हर माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत की तिथि आती है. एक माह में दो प्रदोष व्रत होते हैं. एक शुक्ल पक्ष और एक कृष्ण पक्ष में आता है. भौम प्रदोष की उपासना में शिव जी और हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व है. मंगलवार को त्रयोदशी तिथि होने से इसको भौम प्रदोष कहा जाता है. इस दिन शिव जी और हनुमान जी, दोनों की पूजा की जाती है. इस दिन शिव जी की उपासना करने से हर दोष का नाश होता है. हनुमान जी की पूजा करने से शत्रु शांत होते हैं और कर्ज से छुटकारा मिलता है. भौम प्रदोष के दिन, शाम की पूजा-उपासना महाफलदायी होती है.
In this episode of Prarthna Ho Swikaar, we explain the significance and puja vidhi for Bhaum Pradosh Vrat.