सनातन धर्म में प्रकृति की उपासना का विशेष महत्व है और पीपल व शमी के वृक्षों की पूजा से शनि दोष, साढ़ेसाती और ढैया के प्रभावों को कम किया जा सकता है। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, शनिवार को पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने और मंत्र जाप करने से आर्थिक और मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, शमी के पौधे को घर के मुख्य द्वार पर लगाने और उसकी नियमित पूजा करने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है।