विशेष कार्यक्रम 'प्रार्थना हो स्वीकार' में मार्गशीर्ष माह में ध्यान के विज्ञान की पड़ताल की गई। इसमें भगवान कृष्ण, ओशो, महात्मा बुद्ध और परमहंस योगानंद जैसे आध्यात्मिक गुरुओं की पद्धतियों पर प्रकाश डाला गया। श्रीमद्भागवत गीता में भगवान कृष्ण ने कहा है, 'महीनों में मैं मार्गशीर्ष हूँ'। यह पवित्र महीना जप, तप और ध्यान के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। कार्यक्रम में ओशो की सक्रिय ध्यान विधि, बुद्ध के विपश्यना मार्ग और परमहंस योगानंद के क्रिया योग जैसी विभिन्न साधनाओं को समझाया गया.