नवरात्रि का महापर्व चल रहा है और आज देवी के तीसरे स्वरूप माँ चंद्रघंटा की उपासना का विधान है। माँ चंद्रघंटा भय से मुक्ति का वरदान देती हैं और आत्मविश्वास बढ़ाती हैं। इनकी पूजा से कुंडली में मंगल के दोष दूर होते हैं। धर्म और ज्योतिष के विशेषज्ञों के अनुसार, माँ चंद्रघंटा की उपासना से ना सिर्फ भय से मुक्ति मिलती है बल्कि साहस और शक्ति में भी वृद्धि होती है। नवरात्रि का तीसरा दिन समर्पित है मा चंद्र घंटा को भगवती का ये वो स्वरूप है जिसकी आराधना से भय, मुक्ति और साहस का वरदान मिलता है.