वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं. मान्यता है कि इस व्रत से अखंड सौभाग्य, पुत्र, धन और संपत्ति की प्राप्ति होती है. वट वृक्ष में त्रिदेव का वास माना जाता है. इस वर्ष वट सावित्री व्रत 26 मई को मनाया जाएगा. व्रत में बरगद के पेड़ की पूजा, सात फेरे और सावित्री-सत्यवान की कथा श्रवण का विशेष महत्व है.