राम मंदिर का निर्माण अपने अंतिम चरण में है और इस साल के आखिर तक सभी काम पूरे करने का लक्ष्य है। अक्टूबर में दीपोत्सव से पहले बाउंड्री और मुख्य द्वार जैसे अहम कार्य संपन्न कर लिए जाएंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में चल रहे कार्यों को गुणवत्ता के साथ जल्द पूरा करने पर जोर दिया गया। 25 नवंबर को राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह की तैयारियां भी चल रही हैं। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 12,000 से अधिक जूते-चप्पल रखने की क्षमता वाला शू सेंटर बनाया गया है। सुरक्षा के लिए चार किलोमीटर लंबी बाउंड्री वॉल और 25 पुलिस वॉच टावर भी तैयार किए जा रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय का निर्माण भी अहम है, जिसमें भगवान राम की जीवन लीला को डिजिटल एपिसोड के रूप में दिखाया जाएगा। इस संग्रहालय में रामायण से जुड़ी मूल प्रतियों को रखने की योजना है। अयोध्या में अंगद टीले पर स्थापित नन्ही गिलहरी की भव्य प्रतिमा विशेष आकर्षण का केंद्र है। यह प्रतिमा रामसेतु का प्रतीक लिए प्रभु की ओर निहार रही है। यह मूर्ति संदेश देती है कि सच्ची सेवा में भावना और समर्पण ही सबसे बड़ी शक्ति है। अयोध्या रेलवे स्टेशन पर भी 15 फीट ऊंची गिलहरी की प्रतिमा स्थापित की गई है। इस साल अयोध्या के भव्य दीपोत्सव में एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है।