देशभर में दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया, जिसमें बद्रीनाथ धाम, अयोध्या और कनाडा के टोरंटो में विशेष आयोजन हुए. बद्रीनाथ में पहली बार 12,000 दीये जलाकर दीपोत्सव मनाया गया, जहां मां लक्ष्मी को 56 भोग का प्रसाद चढ़ाया गया. अयोध्या नगरी श्रीराम के आगमन की खुशी में लाखों दीयों से जगमगा उठी. जम्मू-कश्मीर में जवानों ने सरहद पर दिवाली का जश्न मनाया. टोरंटो में फराह खान जैसी हस्तियां भी उत्सव में शामिल हुईं. दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा, अन्नकूट और भाई दूज जैसे पर्वों की धूम है. गोवर्धन पूजा में भगवान श्री कृष्ण द्वारा इंद्र के अभिमान को तोड़ने के लिए गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा का स्मरण किया जाता है, जिसमें गाय और पर्वत की पूजा होती है. अन्नकूट में विभिन्न पकवानों का भोग लगाया जाता है. भाई दूज पर बहनें अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती हैं, यमराज व चित्रगुप्त की पूजा करती हैं, जो भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है. यह पर्व प्रकृति और परिवार के प्रति सम्मान को दर्शाता है.