जंग को चंद्ररोज होती है. जिंदगी बरसों तलक रोती है. जावेद अख्तर साहब की ये लाइनें आज यूक्रेन में सच साबित होती नजर आ रही हैं. हमले से यूक्रेन लहू-लूहान है, और रूस यूक्रेन पर करीब-करीब काबिज है. कहते हैं कि जंग किसी मसले का हल नहीं क्योंकि जंग खुद में एक मसला है. जाहिर है कि ये समय युद्ध में खड़े होने का है, और ये वक्त युद्ध के उनमाद के बीच शांति की दुआ करने का है. ये वक्त मोहब्बत और शांति की बात के पैगाम का है. ये समय जंग जूनून से दुनिया को बचाने का है. क्योंकि किसी ने खूब कहा है कि चाहत है फायदे की तो बांटो मोहब्बतें, नफरत में और जंग में नुकसान बहुत हैं. युद्ध के विरुद्ध कवियों का मोर्चा जम चुका है. शांति के इसी पैगाम के साथ हमारे कवियों ने अमन की लौ जला रखी है.
Ukraine is bleeding from the attack, and Russia is almost in control of Ukraine. It is said that war is not a solution to any issue because war is an issue in itself. Obviously, this is the time to stand in the war, and this is the time to pray for peace in the midst of the frenzy of war. This is the time for the message of love and peace. This is the time to save the world from war and passion.