शिक्षा मंत्रालय द्वारा किए गए सर्वेक्षण में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं. तीसरी कक्षा के 45% बच्चों को एक से 100 तक की गिनती नहीं आती और छठी कक्षा के केवल 53% बच्चे ही पहाड़ा जानते हैं. गणित में बच्चों का प्रदर्शन सबसे कमजोर रहा है जबकि भाषा में बेहतर प्रदर्शन देखा गया है. सर्वेक्षण 'परख' के तहत 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 74,229 स्कूलों के 21.15 लाख से अधिक विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया गया.