इस वीडियो में बुध ग्रह के मार्गी होने, शनि और अरुण (यूरेनस) के त्रि एकादशी योग, और ग्रहों की चाल के प्रभावों पर जानकारी दी गई है. ज्योतिष के अनुसार, बुध के मार्गी होने से निर्णय लेने में आसानी, व्यापार, करियर, स्वास्थ्य, शेयर बाजार, कृषि और मशीनरी क्षेत्रों में बदलाव की संभावना है. शनि और अरुण के 60 डिग्री पर बनने वाले त्रि एकादशी योग से कर्क, वृश्चिक, कुंभ सहित कई राशियों को लाभ मिल सकता है. यह योग तीसरा, छठा और ग्यारहवां भाव के संयोजन से बनता है और राजनीति, समाज, आर्थिक स्थिति में बड़े परिवर्तन, नई खोजें, क्रांतिकारी निर्णय, सत्ता में बदलाव और नैतिकता की बाउंडरीज़ टूटने की संभावना है. शनि की साढ़े साती और ढैया का असर भी कुछ राशियों पर दिखेगा. नेपच्यून, यूरेनस और प्लूटो व्यक्ति के सोल पाथ को दिशा देते हैं. भारत के लिए यह समय फायदेमंद है, 2027 तक भारत में क्रांतिकारी निर्णय लिए जाएंगे, जिससे आधुनिकता और सनातन संस्कृति का संगम तथा पर्यावरण संबंधी निर्णय मजबूत होंगे.