साल 2025 शुरू हो चुका है, मगर लोगों में डर 2020 वाला दिख रहा है. क्योंकि 2025 की शुरूआत ठीक उसी डर के साथ होती दिखी रही है, जिस डर के साये में साल 2020 की हुई थी. तब कोरोना ने हम लोगों के जीवन में दस्तक थी, जिसने एक घर के अंदर ही अपनों के बीच दूरियां बढ़ा दी थी. मास्क, क्वॉरंटीन और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे शब्दों से लोगों का परिचय हुआ था. अब 2025 की शुरूआत में भी ऐसा ही डर लोगों के मन और चेहरे पर दिख रहा है.