नवरात्र का पावन पर्व 1 अक्टूबर को समाप्त होगा. यह उत्सव माँ दुर्गा की आराधना को समर्पित है, जहाँ जीवन की समस्याओं को दूर कर सुख-समृद्धि हेतु ज्योतिषीय उपाय बताए गए हैं. माँ दुर्गा के प्रत्येक रूप का संबंध एक ग्रह से है, जो धन, शिक्षा, नौकरी, व्यवसाय, सेहत और संतान सुख जैसे क्षेत्रों को प्रभावित करता है. नौ दिनों की नवरात्रि में ग्रहों का माता के रूपों से संबंध बताया गया, जैसे माँ स्कंदमाता का विवाह और संतान से. कुलदेवी की पूजा का महत्व भी रेखांकित किया गया, जो पूरे कुल की रक्षा करती हैं.