17 साल बाद बुधवार के दिन और रोहिणी नक्षत्र का संयोग - आज परिजात, गजकेसरी, केदार, हर्ष, काहल, उभयचरी समेत दस महायोग भी बन रहे हैं. इस संयोग में दान पुण्य सोने की खरीदारी के साथ नए कारोबार, उद्योग, विवाह और गृह प्रवेश समेत सभी मांगलिक कार्यों का शुभारंभ फलदायी है.शुभ मुहूर्त में चार धाम यात्रा शुरू गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुल गए.