सूर्य और चंद्रमा का हमारे जीवन से सीधा संबंध हैं. भगवान भास्कर सेे संसार में उजाला होता है और चंद्रमा अपनी चांदनी से हमें शीतलता प्रदान करते हैं. ज्योतिष में सूर्य को शरीर का कारक माना गया है, जबकि चंद्रमा मन के कारक. सूर्यदेव को हम भास्कर नारायण कहते हैं और इनकी कृपा पाने के लिए उन्हें अर्घ्य देते हैं. कार्तिक मास में उन्हीं सूर्य देव की उपासना का सबसे बड़ा पर्व होता है छठ. आज से अगले चार दिनों तक चलने वाले छठ महापर्व का आरंभ हो चुका है. इसका पहला दिन नहाय खाय कहलाता है.